✍️तम ,ओनुरच जय जय बोलो......
..
------------------------
भावनिक बणान
कररेछं लूट
अन केरेछं
हाम कररेछा एकजूट ......
वो कांयीबी किदे तो
मळजाव छ छूट
ढोंगीर कावाती
पडरी छ फुट .......
देव अन धर्म तो
हेगो येनून सोपो
कररेछ भ्रष्टाचार
तरी येनुर पेट कोनी धापो.
व्यसनेर टेंशन लेन
गाम टांंडा बुडरे
विकास अन रोजगारेर प्रश्न
आदेमायीच छोडरे .
थोती पोती वाते करन
वचेम फाटा फोडरे
मुळ प्रश्नेपरती
सारीर ध्यान हटारे .
येनुर समजन लिदे कावा
तोच हिय भलो
नितो ओ धोय हात अन
तम ,ओनुरच जय जय बोलो...
------------------------------
✍️ एकनाथ ल.गोफणे.
Commenti